हिन्दी शब्द को लिखने का सही तरीका क्या है?

देवनागरी लिपि में हिंदी भाषा का नाम लिखने के लिए “हिन्दी” और “हिंदी” दोनों सही तरीके हैं। “हिंदी” आधुनिक समय में सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली और स्वीकृत वर्तनी है, जबकि “हिन्दी” एक पुराना संस्करण है जो अभी भी कुछ संदर्भों में उपयोग किया जाता है। दोनों वर्तनी का उच्चारण और अर्थ समान है।…

देवनागरी लिपि में हिंदी भाषा का नाम लिखने के लिए “हिन्दी” और “हिंदी” दोनों सही तरीके हैं। “हिंदी” आधुनिक समय में सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली और स्वीकृत वर्तनी है, जबकि “हिन्दी” एक पुराना संस्करण है जो अभी भी कुछ संदर्भों में उपयोग किया जाता है। दोनों वर्तनी का उच्चारण और अर्थ समान है।

hindi shabad

किसी भी शब्द को किसी भी भाषा में कैसे लिखा जाए यह बहुत जटिल हो सकता है, लेकिन हर भाषा में कुछ स्थापित तरीके होते हैं, जिनके द्वारा यह तय किया जाता है कि शब्दों को सही तरीके से कैसे लिखा जाए? इसमें शब्द का उच्चारण, ध्वनि, प्रवृत्ति, व्याकरण आदि प्रमुख हैं।

लिखने के तरीके को हम स्पेलिंग कहते हैं, ‘हिन्दी‘ शब्द लिखने के दो प्रचलित स्पेलिंग हैं। यह युगों से ‘हिन्दी’ रूप में लिखा जाता रहा है, लेकिन आधुनिक काल में ‘हिंदी‘ ने अपना स्थान बना लिया है।

हिन्दी या हिंदी? सही कैसे लिखें?

दोनों “हिन्दी” और “हिंदी” देवनागरी लिपि में हिंदी भाषा का नाम लिखने के लिए सही हैं। “हिंदी” आधुनिक समय में अधिक उपयोग में आने वाली और स्वीकृत वर्तनी है, जबकि “हिन्दी” कुछ संदर्भों में अभी भी उपयोग में होती है। दोनों वर्तनियों का उच्चारण और अर्थ एक ही होता है।

‘हिन्दी’ शब्द:

व्याकरण और ध्वनि के अनुसार ‘हिन्दी’ शब्द को सही माना जाता है, पौराणिक ग्रंथों और देवनागरी में लिखी गई साहित्यिक कृतियों में ‘हिंदी’ ही लिखी हुई पाई जाती है। पंचमक्षर का सही प्रयोग करने पर लिखने में केवल ‘हिन्दी’ ही आती है। (बिन्दु) और आधा (एन) विभिन्न परिस्थितियों में उपयोग किया जाता है। जैसे ‘चंद्र’ और ‘चंद्र’, ‘फंसना’ और ‘फंसना’, ‘नंद’ और ‘नंद’ आदि शब्दों और मात्राओं का प्रयोग ध्वनि के अनुसार किया गया है।

‘हिंदी’ शब्द:

टाइपराइटर और कंप्यूटर के आगमन के साथ, ‘हिंदी’ शब्द का उपयोग बढ़ गया क्योंकि इन उपकरणों में आधा अक्षर (जैसे ‘हिन्दी’ में आधा ‘न’) लिखने की सुविधा नहीं थी। धीरे-धीरे ‘हिंदी’ शब्द लिखने और बोलने में अपनी जगह बनाता गया। केंद्र सरकार के केंद्रीय हिंदी निदेशालय ने नए वर्तनी मानकीकरण के तहत ‘हिन्दी’ को प्राथमिकता दी है, इसलिए अब हमें ज्यादातर जगहों पर “हिन्दी” के बजाय “हिंदी” पढ़ने को मिलती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *