इंटरनेट धोखाधड़ी या घोटाले से सावधान रहें, आप हमेशा न्यूज़ टीवी में देखते हैं या इंटरनेट लूटमार के मामले में भारत तीसरे नम्बर पर है, इसलिए आपके लिए साइबर अपराध (CyberCrime) या साइबर आतंकवाद के बारे में जागरूक होना बहुत जरूरी है।
इंटरनेट तो आजकल हर कोई करता है या इंटरनेट पर हम गलत से ऐसी गलती कर देता है जो अवैध होता है जो साइबर क्राइम होता है जिस पर आप पर कनुनी करवई भी की जा शक्ति है, ऐसे में हर एक इंटरनेट उपयोगकर्ता को साइबर क्राइम के नंगे का उपयोग करें मैं पूरी जानकारी होना जरूरी है।
ऑनलाइन धोखाधड़ी, डेटा चोरी, छेड़छाड़ या ऑनलाइन घोटाले जैसे साइबर आतंकवाद पर नजर रखने के लिए, सरकार ने साइबर अपराध अधिनियम बनाया है जो कंप्यूटर या नेटवर्क से जुड़े अवैध अपराध को देखता है।
साइबर क्राइम क्या है (What is Cyber Crime)
इसे रोकने के लिए एक गैर कानूनी कार्य है जिसे सरकार ने साइबर कानून बनाया है, साइबर अपराध एक ऐसा अपराध है जिसमें कोई व्यक्ति कंप्यूटर, नेटवर्क या सॉफ्टवेयर या वायरस की मदद से किसी अन्य व्यक्ति का व्यक्तिगत डेटा चुराता है या उसका गलत उपयोग करता है। यानी चाहे वह जानकारी चुराए या डिलीट कर दे, फिर वह साइबर क्राइम का भागीदार होगा।
साइबर अपराध एक ऐसा अपराध है जिसमें कंप्यूटर या नेटवर्क भी शामिल हैं, इंटरनेट की दुनिया में किए जाने वाले अपराध साइबर अपराध के रूप में माने जाते हैं, किसी भी कंप्यूटर से व्यक्तिगत जानकारी निकालकर या गलत तरीके से या इंटरनेट से इसका उपयोग करके। किसी भी डोनर को चुराना साइबर क्राइम कहलाता है
किसी भी व्यक्तिगत जानकारी को कंप्यूटर से बाहर निकालना या उसका गलत उपयोग करना, जानकारी चुराना, जानकारी हटाना, या जानकारी बदलना, किसी को या किसी की जानकारी किसी और को देना, ये सभी साइबर अपराध के अपराध माने जाते हैं, साइबर अपराध आप साइबर अपराध के हमलों में शामिल हैं जैसे हैकिंग, स्पैम ईमेल, फ़िशिंग, वायरस मैलवेयर, कीलॉगिंग।
Cyber Crime Helpline Number
साइबर सेल में शिकायत कैसे करें? Cyber Crime Reporting के लिए हेल्पलाइन नंबर 155260 (Helpline number 155260)
ऑनलाइन फ्रॉड संबंधित मामलों के लिए पीड़ित को 155260 डायल पर शिकायत करनी है. जिस तरह से 112 हेल्पलाइन नंबर साइबर फ्रॉड के शिकार हुए लोगों की तुरंत मदद करता था. उसी तरह इस नंबर से भी इमरजेंसी में मदद मिलेगी.
Types Of Cyber Crime – साइबर अपराध कौन कौन से हैं?
साइबर अपराध को “इंटरनेट अपराध” भी कहा जाता है या इंटरनेट का उपयोग करने वाले प्रत्येक उपयोगकर्ता के लिए इंटरनेट पर सुरक्षा या गोपनीयता को ध्यान में रखना बहुत महत्वपूर्ण है, साइबर अपराध भी 2 प्रकार का होता है, जिसे 2 अलग-अलग भागों में विभाजित किया जाता है। कंप्यूटर अपराध या साइबर अपराध, मैं आपको बताऊंगा कि साइबर अपराध कितने प्रकार के होते हैं, जिनका मैं अब 2 भागों में विश्लेषण करूंगा।
कंप्यूटर अपराध कितने प्रकार के होते हैं?
- जानकारी की चोरी: किसी के कंप्यूटर से व्यक्तिगत जानकारी जैसे आईडी या पासवर्ड को हटाना या उसका दुरुपयोग करना।
- नुकसान पहुँचाना या जानकारी मिटाना: किसी के भी कंप्यूटर से उसकी जानकारी मिटाकर या उस जानकारी को नुकसान पहुंचाकर यह अपराध भी साइबर अपराध में शामिल है।
- व्यक्तिगत जानकारी में हेरफेर: किसी के कंप्यूटर की निजी डाटा फाइलों को उसकी जानकारी के बिना बदलना, जानकारी से कुछ हटाना या उसमें कुछ जोड़ना भी एक साइबर अपराध है।
- बाहरी नुकसान: डेटा या जानकारी के कुछ हिस्सों को नष्ट करना, तोड़ना या चोरी करना भी एक अपराध है।
- Denial of Service Attack: यह एक हैकिंग अटैक है जिसे DoS कहा जाता है, चाहे वह अटैक हैकर्स को किसी नेटवर्क या सर्वर तक पहुँच प्रदान करता हो या उसके मालिक के लिए पहुँच को अनुपलब्ध बनाता हो, जो कि एक अपराध है।
- वाइरस को फैलाना: इंटरनेट पर वायरस फैलाना या किसी के डेटा पर नियंत्रण करके उसका दुरुपयोग करना, कंप्यूटर के मालिक की अनुमति के बिना उनके कंप्यूटर तक पहुंच बनाना।
- कंप्यूटर जालसाजी: किसी भी डोनर को चोरी करना, इंटरनेट पर धोखाधड़ी या धोखाधड़ी करके उसका दुरुपयोग करना।
साइबर क्राइम कितने प्रकार के होते हैं?
- Spam Emailing: बहुत सारे ईमेल होते हैं, जिनमें से कुछ सही होते हैं, कुछ खराब ईमेल होते हैं जो आपके कंप्यूटर को नुकसान पहुंचा सकते हैं, ये स्पैम ईमेल हैं।
- Hacking: किसी भी व्यक्तिगत जानकारी को हैक करके, उसे भूलकर और उसमें फेरबदल करके या कब्जा करके, यूजर आईडी और पासवर्ड को नुकसान पहुंचाते हैं।
- Phishing: जिस तरह हुक में चारा डालकर मछली पकड़ी जाती है, उसी तरह स्पैम ईमेल की मदद से यूजर को उसे जानने के लिए बरगलाया जाता है, फर्जी वेबसाइट से डेटा चोरी किया जाता है।
- Keylogging: यह एक बहुत ही हानिकारक हमला है, जिसमें उपयोगकर्ता को अपनी व्यक्तिगत गतिविधि का पता भी नहीं चलता या देखता भी नहीं है, हैकर दूसरों के कंप्यूटर तक रिमोट एक्सेस करके प्रोग्राम चलाते हैं जो उनका डेटा चुरा लेते हैं।
- Ad Clicker: यह एक ऐसा धोखा है जिसमें उपयोगकर्ता को बहकाया जाता है या उसके Advertising पर क्लिक किया जाता है, ऐसे में उन्हें बहकाकर व्यक्तिगत जानकारी भी प्राप्त की जाती है।
- Credit Card Fraud: कार्ड या क्रेडिट कार्ड चोरी करना, उसकी खरीदारी करना या उसके विवरण से बचना क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी जो एक साइबर अपराध है, कई वेबसाइट खरीदारी के नाम पर आपके सीवीवी नंबर का उपयोग या दुरुपयोग करती हैं।
- Software Piracy: किसी भी सॉफ्टवेयर को कॉपी करके और इंटरनेट पर काम करके, यह उस आधिकारिक सॉफ्टवेयर कंपनी को नुकसान पहुंचाता है, जिस पर आधिकारिक सॉफ्टवेयर कंपनी इस मामले को लागू करने की शक्ति रखती है।
- Farzi Bank Calls: यदि आपको बैंक से होने का दावा करने वाला ईमेल, कॉल या SMS प्राप्त होता है या आपको बैंक विवरण या व्यक्तिगत जानकारी की तस्करी करने का लालच दिया जाता है, तो यह एक धोखाधड़ी वाला बैंक कॉल घोटाला हो सकता है।
- Social Network Viral: सोशल साइट पर बहुत सारे लोग एक-दूसरे की निंदा करते हैं या सामाजिक, वैचारिक, धार्मिक और राजनीतिक अफवाहें विफल होती हैं।
- Cyber Bullying: सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों पर अभद्र टिप्पणी करना, इंटरनेट पर किसी को धमकाना, किसी का इस कदर मज़ाक उड़ाना कि वे इंटरनेट पर एक-दूसरे पर ताना मारें या एक-दूसरे को शर्मिंदा करें, ये सभी साइबर बुलिंग अपराध हैं।
- Pornography: इंटरनेट पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखना या शेयर करना भी एक अपराध है, जिसके लिए कड़े कानून बनाए गए हैं।
इसके अलावा और भी कई चीजें हैं जो गैर कानूनी हैं या साइबर अपराध हैं जिन पर सरकार कार्रवाई करती है या अपराधी को साइबर अपराधी माना जाता है।
- Spoofing
- Cyber Stalking
- Salami Attack
- Threatening
- Net Extortion
- Financial Crime
- Online Gambling
ऑनलाइन सुरक्षा बनाए रखना और उसका पालन करना Cybercrime Report बहुत महत्वपूर्ण है, मैं आपको सुरक्षा के बारे में जानकारी देता रहता हूं ताकि आपके पास बेहतर या सुरक्षित इंटरनेट पहुंच हो सके।
साइबर क्राइम से खुद को कैसे बचाएं
साइबर अपराध से बचने के लिए या सुरक्षा का पालन करने के लिए आपको इंटरनेट पर कुछ सुरक्षा का पालन करना होगा, इससे आप साइबर अपराध या साइबर अपराधियों दोनों से बच सकते हैं –
E-Wallet: इंटरनेट वॉलेट के विवरण को किसी के साथ सहज न बनाएं या सुरक्षा पासवर्ड को मजबूत न बनाएं जो कोई भी हैक नहीं कर सकता।
Antivirus Security: चाहे आपका स्मार्टफोन हो या कंप्यूटर में हमेशा एंटीवायरस सक्षम हो जो आपको अनधिकृत पहुंच और हैकिंग के साथ-साथ वायरस या मैलवेयर से बचाएगा।
SSL Certificate: आप कहीं भी लॉगिन कर रहे हैं, कृपया https:// वेबसाइट को जांचने के लिए सक्षम करें, http:// वेबसाइट कभी भी अपना व्यक्तिगत विवरण साझा न करें।
Feedback: ऑनलाइन भुगतान या खरीदारी करने से पहले, कृपया हमारी वेबसाइट के बारे में लोगों की प्रतिक्रिया देखें, जिससे स्पैमिंग से 50% की बचत होगी।
Online Shopping: किसी विश्वसनीय वेबसाइट से ऑनलाइन खरीदारी करें ऐसी किसी भी वेबसाइट से खरीदारी न करें, किसी असुरक्षित वेबसाइट पर क्रेडिट कार्ड विवरण साझा न करें।
Remove Junk Files: यदि आपके कंप्यूटर पर कोई असामान्य सॉफ़्टवेयर या फ़ाइलें हैं, तो उन्हें उपयोग के लिए हटा दें, और हमेशा उपयोगी सॉफ़्टवेयर या एप्लिकेशन इंस्टॉल करें।
Don’t Click On Junk Emails / Links: फ़िशिंग अटैक का सबसे अधिक उपयोग किया जाता है जो ईमेल या सोशल मीडिया की मदद से किया जाता है, यदि आप कभी भी अपना व्यक्तिगत विवरण नकली ईमेल या नकली लिंक में देते हैं।
आज आपने क्या सिखा?
इंटरनेट की दुनिया में सुरक्षित रहना बहुत जरूरी है, आपकी छोटी सी गलती आपको साइबर अपराध में शामिल कर सकती है, चाहे वह ऑनलाइन शॉपिंग हो या ऑनलाइन लेनदेन, सब कुछ सुरक्षित करना, सतर्क रहना या साइबर धोखाधड़ी या धोखाधड़ी से सुरक्षित रहना, एक साइबर अपराधी यह आपके जीवन की मेहनत को बर्बाद कर सकता है।
जब भी कोई अपराध होता है, अपराधी कितना भी होशियार क्यों न हो, वह कुछ सबूत जरूर छोड़ता है, साइबर अपराध क्या है या आपको इसके बारे में जानकारी कैसी लगी, हमें कमेंट करके बताएं या लेख को अपने दोस्तों के साथ साझा करें। सोशल मीडिया पर भी शेयर करना न भूलें!
Agar hmare sath koi facebook groups se scam krta hai to kya hm uspe FIR darj kar sakte hai ? Agar Ha to kaise aur kya online kar sakte hai FIR ?
Haan! Kar Sakte Hai Because Har Online Scam Ka Niptara Cyber Cell Me Hota Hai Or Pahle Bhi Aise Cases Samne Aa Chuke Hai.