
SandalWood Farming कैसे करे चंदन की खेती Business? आज के युग में Chandan Ki Kheti करके किसान भाई इस Business से लाखों और करोड़ो में कम सकते हैं। कृषि वज्ञानिको का कहना है की इसकी खेती करने से 15 Years के बाद अच्छी Income की उम्मीद है।
इसके पेड़ से निकाला गया तेल भी काफी Costly बिकता है। चन्दन के एक पेड़ से लगभग 2 Liter तेल प्राप्त हो जाती है। यही नहीं बल्कि इसके बीज और इसकी सूखी हुई लकड़ी भी महंगे दामो में बिकती है।

आज हम आपको चंदन की खेती कैसे की जाती है इसकी पूरी जानकारी देने जा रहे है।
चंदन के पेड़ की खेती कैसे शुरू करें?
तो अगर आप भी चंदन की खेती और व्यवसाय करने की सोच रहे हैं, तो आपके लिए खुशखबरी है। क्या आप जानते हैं कि चंदन के पेड़ लगाने से आप 15 वें साल के भीतर आराम से 1 करोड़ कमा सकते हैं? तो आइए जानते हैं चंदन की खेती से जुड़ी जानकारी प्रोजेक्ट प्लान की पूरी जानकारी में:
मिट्टी का चयन व तैयारी
“Chandan Ki Kheti” के लिए काली, लाल चिकनी बलुई मिट्टी, अच्छी होती है। Minerals और Moisture युक्त मिट्टी में इसका विकास कम होता है। नम मिट्टी जैसे की अच्छी तरह से सूखा जलोढ़ मिट्टी चंदन की खेती के लिए अच्छी नहीं मानी जाती है क्योंकि इसके वजह से पेड़ों में Heartwood तेल की कमी हो जाती है।
पुरानी मिट्टी पर इसकी खेती करने से पेड़ में से बेहतर तेल निकाले जा सकते है जबकी ये मिट्टी जल-जमाव का सामना नहीं कर पाती है।
पौधे को रोपने से पहले खेत की 2 से 3 बार अच्छे से गहरी जुताई करनी पड़ती है। जुताई हो जाने के बाद 2x2x2 फिट का गढ्ढा खोद कर उसे कुछ दिनों के लिए सुखने के लिए छोड़ दिया जाता है।
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चंदन की खेती के लिए जलवायु
Chandan Ki Kheti के लिए जिस क्षेत्रों का जलवायु मध्यम वर्षा, भरपूर मात्रा में धूप और शुष्क मौसम की लंबी अवधि वाले है उसे अच्छा माना गया है। Due To Climate Change निमाड़ का मौसम इसकी खेती के लिए उचित होता है।इसके पौधे के विकास के लिए Perfect Temperature 12° C To 30°c के बीच होता है। इसकी खेती के लिए ५०० से ६२५ मिमी. तक Annual Rainfall की आवश्यकता होती है।
चंदन पौधे का रोपण
एक एकड़ भूमि में कुल 435 पौधों लगाए जा सकते है , पौधों से पौधों की दूरी 10 फुट की होनी चाहिए। बीज रोपण हेतु गड्ढ़े का आकार 45cm*45cm*45cm होना चाहिए। आमतौर पर, चंदन मई और अक्टूबर के बीच महीनों में प्रत्यारोपित किया जाता है।
स्थानीय किस्मों के प्रदूषण को रोकने के लिए, इन के बीजों को लगाने के लिए केवल शहरी क्षेत्रों को हीं चुने ना की Protected Forest Areas को।
खाद प्रबंधन व उपचार
चन्दन की खेती के लिए जैविक खाद (Fertilizer) की अधिक Requirement नहीं होती है।
Starting में फसल की वृद्धि के समय खाद की जरुरत पड़ती है। लाल मिट्टी के 2 भाग, खाद के 1 भाग और बालू के 1 भाग को खाद के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। Silt (गाद) भी पौधों के लिए बहुत अच्छा पोषण प्रदान करता है।
जल सिंचाई प्रबंधन
बरसात के समय तो चन्दन के पेड़ का काफी तेजी से Growth होता है लेकिन गर्मी के मौसम में इसकी सिंचाई अधिक करनी होती है। सिंचाई मिट्टी में नमी Absorb करने की Capacity तथा Weather पर Depend करता है।
Starting में बरसात के बाद December से May तक सिंचाई करते रहना चाहिए। रोपण के बाद जब तक बीज का 6 से 7 सप्ताह में अंकुरण शुरू ना हो जाये तब तक सिचाईं को रोकना नहीं चाहिए। चन्दन की खेती में पौधों के विकास के लिए मिट्टी का हमेशा नम और जल भराव होना जरुरी होता है। अंकुरित होने के बाद केवल Alternate Days पर हीं सिंचाई करे।
खरपतवार व सुरक्षा उपचार
चन्दन की खेती करते समय, चंदन के पौधे की पहले साल में सबसे अधिक देखभाल की आवश्यकता होती है। पहले साल में पौधों के इर्द-गिर्द की काफी कर के खरपतवार को हटा देना चाहिए। यदि आवश्यक हो तो दूसरे वर्ष में भी साफ सफाई कर देना उचित रहता है। किसी भी तरह का पर्वतारोही या जंगली छोटा कोमल पौधा के चारों ओर हो तो कटौती कर के उन्हें हटा दें।
कीट व रोग नियंत्रण
सैंडल स्पाइक (Sandle Spike) नाम का एक रोग है जो की चन्दन के पेड़ का सबसे बड़ा दुश्मन कहलाता है। इस रोग के लगने से चन्दन के पेड़ सभी पत्ते ऐंठा कर छोटे हो जाते हैं साथ हीं पेड़ टेढ़े मेढ़े हो जाते है। अब तक इस रोग के बचाव के लिए सभी प्रयत्न Fail साबित हुए हैं। अभी तक इसका कोई इलाज नहीं इजाद हुआ है, पर मेरा मानना है की प्रकर्ति में ही सब कुछ उपाय और उसका इलाज उपलब्ध है।
जब भी आप चंदन के पेड़ लगाये, उसके 5 से 7 Feet की दुरी पर एक नीम का पौधा लगा दे ताकि कई तरह के किट-पतंग से चंदन के पेड़ की सुरक्षा हो सके। कोशिश करे की हर 3 चंदन के पेड़ के बाद एक नीम का पौदा जरुर लगा दे, और खर पतवार को पौधे के आस पास नहीं जमा होने दें।
चंदन फसल की कटाई
चंदन के पेड़ की जड़े(Root) भी बहुत ख़ुशबूदार होते है इसलिए इसके पेड़ को काटने के बजाय जड़ सहित उखाड़ लिया जाता है। पौधे को रोपने के 5 साल बाद से चन्दन के रसदार लकड़ी बनना Start हो जाते है।
चंदन के पेड़ को काटने के बाद उसकी लकड़ी मे से दो Parts निकलते है एक जिसे रसदार लकड़ी कहा जाता है और दूसरा सूखी लकड़ी। दोनो ही लकड़ियों का Price अलग – अलग होता है। चन्दन के पेड़ जब 14 से 15 Years Old हो जाते है तब जा कर इसके पेड़ से लकड़ी प्राप्त की जाती है। पेड़ को जड़ सहित उखाड़ लेने के बाद इसे Pieces में काट कर इससे Hart Wood को अलग कर लिया जाता है।
चंदन का बाजार भाव
आप को जान कर हैरानी होगी की आज के Date में 1 Kg का Sandal Wood का Price Rs 5,000 से 6,000 तक है। और इसकी Demand इतनी है की हमारे देश में ही इसकी आपूर्ति नहीं हो पाती है। इसके अलावा चंदन की लकड़ी की मांग China, Indonesia, America और कई देशो में हैं।
एक परिपक्व चंदन के पेड़ का वजन 20 से लेकर 40 Kg तक हो सकता है। उस अनुमान से, पेड़ की काट छाट के बाद भी आपको एक पेड़ से Rs 1 लाख से लेकर 2 लाख तक आसानी से मिल सकता है।
इस तरह अगर आप 100 Sandal Tree भी Plantation भी करते है और उसमें से अगर 70 Tree भी बड़े हो जाते है तो आप 15 से 17 Years में एक करोड़पति बन सकते है। यह किसी भी Bank के Fixed Deposit या Real Estate में Investment से भी कई गुना आपको Return दे सकता है।
इसमें कोई दो राय नहीं है की Sandal Wood Tree Farming एक Profitable Business है, अगर आप इसे पुरे Jankari और Patience के साथ करे तो इससे अच्छा और कोई भी Market में बिज़नेस नहीं है।
चन्दन की खेती का लाइसेंस
अब राष्ट्रीयकृत बैंक और को-ऑपरेटिव बैंक भी चंदन की लकड़ी वृक्षारोपण परियोजना के लिए Bank Loan दे रही हैं।
Rules And Regulation
हमारे India में अलग अलग State में Sandal Tree के लिए अलग अलग नियम है। Year 2,000 के पहले आम लोगों को चंदन को उगने और काटने की मनाही थी। और तो और, अगर आपके घर के पीछे चंदन का पेड़ है, तो उस पर आपका मालिकाना हक़ नहीं होगा, और अगर यह किसी कारण से चोरी हो गया, तब तो Forest Department आपकी अच्छी खबर लेंगे।
परन्तु 2,000 Year के बाद, Govt. ने कई नियम में ढिलाई दी है, जिसके बाद पिछले 12 से 15 Years में कई किसान भाई Gujarat, Andhra Pradesh, Uttarakhand और कई राज्यों में चंदन की खेती कर रहे हैं।
अगर आप भी चंदन की खेती और इस बिज़नेस से से जुड़ने की सोच रहे है तो आपको इसके कटाई के लिए State Govt से License लेना पड़ेगा। इसके लिए आप नजदीकी Forest Department से अधिक जानकारी ले सकते हैं।
निष्कर्ष:
जी हाँ दोस्तों आपको आज की पोस्ट कैसी लगी, आज हमने आपको बताया कि चन्दन की खेती कैसे करें और Chandan Ki Kheti Kaise Karte Hai बहुत ही आसान शब्दों में हमने भी आज की पोस्ट में सीखा। चंदन की खेती लंबे समय तक की जाती है। लेकिन किसान भाई की आय सबसे अधिक है। एक पेड़ से लगभग 20 से 30 किलो लकड़ी प्राप्त की जाती है।
चन्दन की लकड़ी का बाजार मूल्य 6 से 12 हजार प्रति किलो है। और एक एकड़ में लगभग 400 पौधे लगाए जा सकते हैं। अगर किसी पेड़ की लकड़ी का वजन 20 किलो है, तो 12 से 15 साल के बाद एक पेड़ की कीमत 1 से 2 लाख हो सकती है। जबकि एक एकड़ में 400 पौधे लगाए जाते हैं, कुल लागत 5 से 8 करोड़ तक हो सकती है।
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Sandal Tree Farming In Hindi आज मैंने इस पोस्ट में सीखा। आपको इस पोस्ट की जानकारी अपने दोस्तों को भी देनी चाहिए। तथा Social Media पर भी यह पोस्ट ज़रुर Share करे। इसके अलावा, कई लोग इस जानकारी तक पहुंच सकते हैं।
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