Tariff Meaning: टैरिफ क्या होता है?

Vikas Sahu

Vikas Sahu

August 21, 2025
Tariff Meaning: टैरिफ क्या होता है?

क्या आपने कभी "Tariff" शब्द सुना है और सोचा है कि इसका असली मतलब क्या है? टैरिफ शब्द अक्सर व्यापार, आयात-निर्यात, बिजली बिल या मोबाइल प्लान में सुनने को मिलता है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम विस्तार से जानेंगे कि टैरिफ क्या होता है, क्यों लगाया जाता है, इसके प्रकार, टैरिफ चार्ज क्या होता है और टैक्स से इसका क्या अंतर है।


टैरिफ क्या होता है? (What is Tariff?)

टैरिफ (Tariff) एक शुल्क या कर (Tax) है, जो किसी वस्तु या सेवा पर लगाया जाता है। आमतौर पर टैरिफ का इस्तेमाल सरकार द्वारा आयात (Import) या निर्यात (Export) पर शुल्क लगाने के लिए किया जाता है, ताकि देश की अर्थव्यवस्था को संतुलित किया जा सके या घरेलू उद्योगों की रक्षा की जा सके।

टैरिफ क्यों लगाया जाता है?

  • घरेलू उद्योगों को विदेशी प्रतिस्पर्धा से बचाने के लिए
  • सरकार की आय बढ़ाने के लिए
  • व्यापार संतुलन बनाए रखने के लिए
  • कुछ वस्तुओं के आयात को नियंत्रित करने के लिए

टैरिफ चार्ज क्या होता है?

टैरिफ चार्ज वह राशि है, जो किसी वस्तु या सेवा पर टैरिफ के रूप में वसूली जाती है। उदाहरण के लिए, जब आप बिजली का बिल भरते हैं, तो उसमें टैरिफ चार्ज लिखा होता है, जो प्रति यूनिट के हिसाब से लिया जाता है।

टैरिफ के प्रकार (Types of Tariff)

  1. इम्पोर्ट टैरिफ (Import Tariff): विदेश से आने वाले सामान पर लगाया जाता है।
  2. एक्सपोर्ट टैरिफ (Export Tariff): देश से बाहर जाने वाले सामान पर लगाया जाता है।
  3. स्पेसिफिक टैरिफ (Specific Tariff): निश्चित राशि प्रति यूनिट के हिसाब से।
  4. एड वेलोरम टैरिफ (Ad Valorem Tariff): वस्तु के मूल्य के प्रतिशत के रूप में।

टैरिफ और टैक्स में क्या अंतर है?

टैरिफ (Tariff)टैक्स (Tax)
आमतौर पर आयात/निर्यात पर लगाया जाता हैआमतौर पर आमदनी, बिक्री या संपत्ति पर लगाया जाता है
व्यापार को नियंत्रित करने के लिएसरकार की आय बढ़ाने के लिए
सीमित वस्तुओं/सेवाओं परकई प्रकार की वस्तुओं/सेवाओं पर

निष्कर्ष: टैरिफ एक महत्वपूर्ण आर्थिक टूल है, जो न सिर्फ सरकार की आय बढ़ाता है, बल्कि घरेलू उद्योगों की रक्षा भी करता है। उम्मीद है, अब आपको टैरिफ का मतलब, इसके प्रकार और टैक्स से अंतर अच्छे से समझ आ गया होगा।