ECS
ECS के बारे में जानकारी। | |
---|---|
परिभाषा | Electronic Clearing Service |
श्रेणी | Banking |
देश / क्षेत्र | Worldwide |
ईसीएस क्या है? (What is ECS in Hindi)
ECS का अर्थ इलेक्ट्रॉनिक क्लियरिंग सेवा है। यह एक बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में धन हस्तांतरण की एक इलेक्ट्रॉनिक विधि है। यह ग्राहक के खाते से जुड़े इलेक्ट्रॉनिक क्रेडिट / डेबिट लेनदेन की सुविधा भी देता है। यह आमतौर पर लेनदेन के लिए उपयोग किया जाता है जो प्रकृति में दोहराव या आवधिक होते हैं।
बैंकिंग क्षेत्र में ईसीएस अब एक अत्यंत प्रचलित शब्द बन गया है। ये एक प्रकार की ऑटो डेबिट और ऑटो क्रेडिट सेवा है जो कि किसी एक बैंक खाते से किसी दूसरे बैंक खाते में पैसे हस्तांतरण करने के लिए उपयोग की जाने वाली है।
इस प्रौद्योगिकी का उपयोग लोगो द्वारा अपने बैंक के खाते से बिल का भुगतान, क्रेडिट कार्ड का भुगतान, एलआईसी प्रीमियम और अन्य नो सब्सिडी आदि लेने के लिए किया जाता है। यह एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक माध्यम है जिससे बैंक खातों से क्रेडिट और डेबिट का काम हो जाता है।
ईसीएस फुल फॉर्म व मतलब (ECS Full Form)
ECS की फुल फॉर्म “Electronic Clearing Service” होती है। इसको हिंदी भाषा में विद्युतीय समाशोधन सेवा का कहना है। ECS एक बैंक खाता से दूसरे बैंक खाता मे मनी ट्रांसफर का एक बहुत अच्छा इलेक्ट्रॉनिक तरीका है।
यह ग्राहक के खाते से जुड़े इलेक्ट्रॉनिक्स क्रेडिट और डेबिट कार्ड से लेनदेन की सुविधा भी देता है। यह आमतौर पर ट्रांसमिशन के लिए उपयोग किया जाता है जो पुनरावृत्ति या आवधिक प्रकृति मे होता है।
इलेक्ट्रॉनिक क्लियरिंग सेवा भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा आवधिक और पुनरावृत्ति भुगतान करने के लिए एक त्वरित विधि प्रदान करने के लिए पेश की गई थी।
ईसीएस का इतिहास
भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा आवधिक और दोहराव भुगतान के लिए एक तेज़ तरीका प्रदान करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक क्लियरिंग सेवा की शुरुआत की गई थी।